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दोस्तों हमें ये जान कर बड़ी ख़ुशी होती है की दुनिया कितनी जल्दी से बदल रही है और इन्सान कितनी उचाई पर चढ़ रहा है | एक छोटी सी technique और लोगों को कितना बड़ा फायेदा इसके बारे मे सोचना सब के बस की बात नहीं है | अब इन तरक्की की दुनिया मे Credit Card को ही ले लीजये | आज से लगभग पंद्रह सालो पहले देश के अन्दर क्रेडिट कार्ड का प्रचलन धीरे-धीरे तेजी पकड़ने लगा था | हिंदुस्तान के बहार दोसरे मुल्क मे तो प्लास्टिक मनी यानी क्रेडिट कार्ड का आरंभ तो पहेले से हो रहा था खास कर अमेरिका और यूरोप समेत दुनिया के तमाम विकसित देशों में | आपको यह जान कर बड़ी हैरानी होगी के आज भी हमारे मुल्क में क्रेडिट कार्ड लेने से आम लोग बहुत ज्यादा सोच मे पड़ जाते है और हिचकिचाने लगते हैं | कियोंकि उनके दिल दिमाग मे तरह तरह के सवाल उठने लगते है की यह किया है | जिसकी वजह से वो इस सुविधा को लेने से खुद को वंचित बनाए बैठे हैं वो भी इस तरक्की के दौर मे |
दोस्तों, मैं आज आपको credit card से जुडी बाते बताते है | ताकि आपके मान मे जो Credit Card को लेकर शक पैदा हो गया है वो दूर हो जाये और आपके मन मे कोई Credit Card को लेकर मेल पैदा न हो | बल्कि आप इसकी अहमियत और जरूरत को फ़ायदा मान कर जल्द-से-जल्द इसे अपने पास पाने की भरपूर कोशिश करेंगे|
क्या है क्रेडिट कार्ड
दोस्तों, आप अच्छी तरह जानते होंगे की क्रेडिट कार्ड बैंकों के माध्यम से दी जाने वाली एक ऐसी सुविधा है, जिसमें आपको खुद के पास रखे हुवे पैसे खर्च करने की जरूरत नहीं है बल्कि आप उस Credit Card के माध्यम से जो बैंक की तरफ से आपको दिए गए है उससे भुगतान कर सकते हैं | क्रेडिट कार्ड के माध्यम से आप लग-भग सारी तरह की खरीदारी और जरुरी भुगतान भी कर सकते हैं |
दोस्तों, आपको यह भी जानना होगा की क्रेडिट कार्ड प्लास्टिक का बना हुवा एक ऐसा कार्ड है जिसका इस्तेमाल आप किसी ऑनलाइन खरीददारी, दुकान का बिल, ATM में से नकद पैसे निकलवाने के लिए, और money transfer के लिए भी प्रयोग कर सकते है | क्रेडिट कार्ड को Cash Withdrawal और Cash Advance भी कहा जाता है | credit card का प्रयोग आप अपने देश में ही नहीं बल्कि बाहर दुसरे विदेश में भी कर सकते है |
क्रेडिट कार्ड की सुविधा बैंक द्वारा दी जाती है | जिसमें आपको कुछ राशि की सीमा उधार के रूप में दी जाती है | जब आपको किसी चीज के लिए पैसे देने होते है तो आपको उसे नकद पैसे नही देने की ज़रूरत है, बल्कि आप आने क्रेडिट कार्ड के माध्यम से उस राशी का भुगतान कर सकते है | आपके कार्ड की धन राशि की सीमा ही आपकी अंतिम राशि सीमा होती है और आपको हमेशा कुछ ना कुछ राशि अपने क्रेडिट कार्ड में बचा कर रखनी चाहियें |
क्रेडिट कार्ड से क्या-क्या लाभ होता है
अगर क्रेडिट कार्ड आपके साथ है तो आपको खरीदारी करने पर आपको नकद राशी नहीं देने की ज़रूरत है | अगर credit card है तो आपको डेबिट कार्ड से भुक्तान करने की ज़रूरत नहीं पड़ेगी | डेबिट कार्ड से भुगतान करने पर भुगतान की राशि सीधे आपके जमा खाते से कटती है लेकिन क्रेडिट कार्ड में ऐसा नहीं होता | यहां भुगतान के पैसे को बैंक देता है, जिसके क्रेडिट कार्ड से आपने पेमेंट किया है | मतलब साफ है के आपके बचत खाते के पैसे, बिलकुल महफूज़ है | अगर आप इंटरनेट का उपयोग करते हैं और ऑनलाइन शॉपिंग और लेन-देन करते हैं तो आपके लिए इसकी उपयोगिता और ज्यादा बढ़ जाती है | आप अपने मोबाइल, टेलीफोन, बिजली जैसी उपभोगता सुविधाओं का बिल भी अपने क्रेडिट कार्ड के जरिये भर सकते हैं | इसके अलावा, आप बिना अपने पॉकेट से नकद खर्च किये आप अपनी सुविधा के मुताबिक अपनी मनचाही चीज ऑनलाइन पेमेंट करके खरीद सकते हैं | अगर आपको कहीं सफ़र करना हो और पास में टिकट कटाने को पैसे कम पड़ रहे हों, निश्चिन्त होकर अपने credit card से खुद और अपने फॅमिली के लिए बस, ट्रेन या हवाई जहाज का टिकट मिनटों में कटा सकते हैं और पैसे बाद में अपनी असानी के हिसाब से अपने कार्ड का बिल आने पर उसको भुक्तान कर सकते है | चाहे आपको अपनी इंश्योरेंस पॉलिसी का प्रीमियम हो या चाहे आपको आपकी गाड़ी के इंश्योरेंस का रिन्यूवल, यह सब कुछ आप अपने credit card के माध्यम से असानी से अदा कर सकते हैं |
क्रेडिट कार्ड कैसे बनवाये
अगर आप credit card बनवाना चाहते है और आप एक आम नागरिक है तो भी आप अपने credit card के लिए अप्लाई कर सकते है | आपको जानना होगा की क्रेडिट कार्ड बनवाने के तीन तरीके होते है | हम आपको उस तरीके के बारे मे बताते है आप बिलकुल धियान से पढ़े के क्रेडिट कार्ड के लिए अप्लाई कैसे करें | 1. नौकरी वालें ( Employed ) : अगर आप किसी सरकारी पद पर या किसी अच्छी कंपनी में अच्छे पद पर है तो आप अपनी आय की रसीद को लेकर बैंक जाये या फिर ऑनलाइन आवेदन करें | आपकी मासिक आय की सीमा ही आपके क्रेडिट कार्ड की धन राशी की सीमा को निर्धारित करता है | 2. स्वरोजगार वाले ( Self Employed ): वे व्यक्ति जो अपना खुद का कोई व्यापर करते है तो वे लोग बैंक जाकर अपने व्यापार के बारे में सारी जानकारी दें और अपनी हर एक महिना की आय के बारे में बतायें | इसके लिए आपको इनकम टैक्स रिटर्न की रसीद भी दिखानी पड सकती है | इन्ही दो चीजो को आधार मानकर बैंक आपके credit card के आवेदन को स्वीकार करता है | 3. यदि नौकरी वालें / स्वरोजगार वाले दोनो ही ना हो तो : तो भी एक तरीका है जिसको अपनाकर आप भी क्रेडिट कार्ड बनवा सकते हो | इसके लिए आपको किसी बैंक में अपना खाता खुलवाना होता है | खाता खुलवाने के बाद अपने अकाउंट में एक निर्धारित राशि की FD अर्थात फिक्स डिपाजिट करा दें | आपका ये फिक्स डिपाजिट आपकी जमा राशि और गारंटी में रूप में बैंक के पास रहता है और इसी के आधार पर आपको क्रेडिट कार्ड की सुविधा दी जाती है | साथ ही FD की राशि के आधार पर ही credit card की सीमा को निर्धारण किया जाता है |
Credit Card के और भी फायदे
दोस्तों, इस बात का धियान रखे की अगर आप ने अपने क्रेडिट कार्ड का बिल का वक्त पर अदा कर दिया हैं तो बैंक आपको अच्छे ग्राहक की लिस्ट में डाल देगा जिससे आपकी क्रेडिट अच्छी हो जाएगी | इसी की वजह से बैंक आपको खुद-ब-खुद आपके अपने क्रेडिट कार्ड पर समय-समय पर नये ऑफर देगी और आपकी क्रेडिट रेटिंग में बहुत सुधार हो जायेगा | बैंक की तरफ से भेजे गए आंकड़ों के हिसाब से आपका सिबिल CIBIL (Credit Information Bureau of India) पॉइंट बढ़ जायेगा जिसकी वजह से अगली बार आप जब भी किसी बैंक से लोन लेने जायेंगे तो बैंक आपकी अच्छी सिबिल क्रेडिट रेटिंग के आधार पर आपको प्राथमिकता देगा और आपको कोई परेशानी भी नहीं होगी, ये सिर्फ क्रेडिट की बिना पर हुवा है | वक्त पर भुगतान करने वाले कस्टमर को क्रेडिट कार्ड देने वाले बैंक ज्यादा ख्याल रखते हैं और इसी वजह से समय-समय पर आपके क्रेडिट कार्ड पर दी गई अधिकतम लिमिट को आपके अच्छे भुगतान और आय की बढ़ोत्तरी के आधार पर खुद-ब-खुद बढ़ा दिया जाता है |
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